क्वारब डेंजर जोन की सुरक्षा परियोजना की गुणवत्ता पर सवाल, एनएच अधिकारियों ने निर्माण एजेंसी को दी चेतावनी..
उत्तराखंड: क्वारब के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित डेंजर जोन को सुरक्षित करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्वीकृत 86 करोड़ रुपये की परियोजना पर अब निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगे हैं। परियोजना के तहत सुयाल नदी के तल से एंकरिंग और सुरक्षा कार्य की शुरुआत की गई है, जिसकी लागत 17.14 करोड़ रुपये है। यह कार्य उस क्षेत्र में किया जा रहा है जो लंबे समय से भू-स्खलन और सड़क धंसने जैसी आपदाओं के लिए संवेदनशील माना जाता है। हालांकि, स्थानीय लोगों और कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा निर्माण की गुणवत्ता को लेकर चिंता जताई गई है। आरोप हैं कि कार्य में मानकों की अनदेखी हो रही है, जिससे भविष्य में यह परियोजना उद्देश्य की पूर्ति करने में विफल हो सकती है। परियोजना को लेकर निगरानी एजेंसियों और प्रशासन से सख्त निरीक्षण और पारदर्शिता की मांग की जा रही है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्वारब डेंजर जोन में चल रहे सुरक्षा निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर उठते सवालों के बीच, राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने निर्माण कार्य का बारीकी से मूल्यांकन किया और लापरवाही पाए जाने पर निर्माण एजेंसी को फटकार लगाई। इस दौरान एसई अनिल पांगती ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि निर्माण एजेंसी द्वारा बनाई गई एंकरिंग वाल की गुणवत्ता अस्वीकार्य है और इसे तोड़ दिया गया है। स्थानीय लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और मानक के अनुरूप कार्य नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग-87 पर क्वारब के समीप डेंजर जोन में चल रहे सुरक्षा कार्य की गुणवत्ता को लेकर उठे सवालों के बीच, राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए शनिवार को स्थलीय निरीक्षण किया। एसई अनिल पांगती ने निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य में लापरवाही पाए जाने पर कड़ा रुख अपनाया और निर्माण एजेंसी द्वारा बनाई गई एंकरिंग वाल को तत्काल तुड़वाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि यदि भविष्य में कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता हुआ, तो निर्माण एजेंसी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। एसई पांगती ने अधीनस्थ अभियंताओं और अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे नियमित निरीक्षण करें और सुनिश्चित करें कि कार्य निर्धारित मानकों के अनुरूप हो। बता दे कि क्वारब क्षेत्र सालों से भू-स्खलन और सड़क क्षति की दृष्टि से संवेदनशील रहा है, जिससे होकर गुजरने वाला अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग अकसर बाधित होता रहा है। ऐसे में इस परियोजना से स्थानीय लोगों और यात्रियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद थी, लेकिन गुणवत्ता पर सवाल उठना चिंता का विषय बन गया है।

