raibarexpress Blog उत्तराखंड रजत जयंती वर्ष पर पंतनगर में हुआ किसान सम्मेलन, सीएम धामी ने किसानों को आत्मनिर्भर बनने का दिया संदेश..
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रजत जयंती वर्ष पर पंतनगर में हुआ किसान सम्मेलन, सीएम धामी ने किसानों को आत्मनिर्भर बनने का दिया संदेश..

रजत जयंती वर्ष पर पंतनगर में हुआ किसान सम्मेलन, सीएम धामी ने किसानों को आत्मनिर्भर बनने का दिया संदेश..

 

 

उत्तराखंड: राज्य की रजत जयंती के अवसर पर आज पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में कृषि विभाग की ओर से भव्य किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और प्रदेशभर से आए किसानों से संवाद किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान, कृषि वैज्ञानिक, छात्र और विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। सीएम धामी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य में कृषि सिर्फ आजीविका नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य की दिशा में तेजी से काम कर रही है। उन्होंने किसानों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी, जिनके माध्यम से कृषि क्षेत्र में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज कृषि क्षेत्र में तकनीकी क्रांति हो रही है। ड्रोन तकनीक, प्राकृतिक खेती, जैविक उत्पाद और कैश क्रॉप के माध्यम से किसान नई संभावनाओं की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में अब बागवानी, मधुमक्खी पालन, औषधीय पौधों की खेती और फूड प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों में रोजगार के नए द्वार खुल रहे हैं।

“राज्य सरकार किसानों को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हमने कई योजनाओं के तहत किसानों को वित्तीय सहायता और तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया है। राज्य के हर किसान को आगे बढ़ाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।” कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने उपस्थित किसानों से संवाद किया और उन्हें रजत जयंती की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में किसान सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस मौके पर उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार देश को विकास के नए शिखर पर ले जा रही है, और बिहार चुनाव में भी जनता का विश्वास प्रधानमंत्री की नीतियों पर कायम रहेगा। किसान सम्मेलन में विभागीय अधिकारियों ने राज्य में चल रही कृषि योजनाओं और नवाचारों पर प्रस्तुतियां दीं। वहीं, मुख्यमंत्री ने कृषि में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को सम्मानित भी किया। समारोह में कृषि विश्वविद्यालय परिसर को पारंपरिक उत्पादों, बीजों और कृषि तकनीकों की प्रदर्शनी से सजाया गया था, जिससे कार्यक्रम रजत जयंती वर्ष के अनुरूप ऐतिहासिक बन गया।

उत्तराखंड राज्य की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रदेशभर में रजत जयंती उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज कृषि विभाग द्वारा गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, पंतनगर के स्टेडियम में किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सीएम धामी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी, क्षेत्रीय विधायक तिलक राज बेहड़ सहित अनेक जनप्रतिनिधि और कृषि अधिकारी उपस्थित रहे। सम्मेलन में करीब चार से पाँच हजार किसान शामिल हुए, जिन्होंने राज्य सरकार की कृषि नीतियों और योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। हालांकि, सीएम के मंच पर पहुंचने और संबोधन शुरू करने से पहले ही पंडाल में लगी कई कुर्सियाँ खाली हो गईं। बावजूद इसके सीएम ने अपने संबोधन में किसानों का उत्साहवर्धन किया और राज्य के विकास में उनकी भूमिका को सराहा। सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहा है, और यह अवसर राज्य के विकास, आत्मनिर्भरता और संकल्प का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि “कृषि हमारे राज्य की आत्मा है। हमारी सरकार किसानों को सशक्त, आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर खेती को लाभकारी व्यवसाय बनाने की दिशा में काम कर रही हैं।” सरकार का लक्ष्य है कि उत्तराखंड को “ऑर्गेनिक स्टेट” के रूप में विकसित किया जाए, जिससे प्रदेश के कृषि उत्पाद देश और विदेश में अपनी अलग पहचान बना सकें। उन्होंने किसानों से नई तकनीक और आधुनिक कृषि पद्धतियाँ अपनाने की अपील की। कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं और नवीन कृषि तकनीकों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। साथ ही राज्य के विभिन्न जनपदों से आए प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। रजत जयंती वर्ष के इस किसान सम्मेलन ने जहां किसानों को जागरूक किया, वहीं यह अवसर उत्तराखंड की कृषि प्रगति को नई दिशा देने वाला साबित हुआ।

आज कृषि विभाग द्वारा किसान सम्मेलन का आयोजन किया है। जिसमें वह सभी अन्नदाताओं का अभिवादन करते हैं। उन्होंने कहा कि देश के संतुलित विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है कि किसानों की समस्याओं का समाधान हो किसान हर क्षेत्र में आगे बड़े और सरकार की योजनाएं उनकी सहायक बनें। सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के निर्माण का सपना तभी साकार हो सकता है जब हमर किसान हर प्रकार से सक्षम और आत्मनिर्भर हो। उन्होंने कहा कि उन्हें खेती करना देव उपासना जैसा लगता है. पूर्व में वह खेती से जुड़े हुए तमाम कार्य कर चुके हैं। आज भी जब भी उन्हें समय मिलता है, वह खेती से जुड़े हुए काम करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि वह इसी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं, जो किसान के हितैषी है। साल 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किसानों का जो शक्तिकारण हुआ वो अभूतपूर्व है। किसानों का आत्मविश्वास देश की ताकत और सबसे बड़ी पूंजी है। इसी को आधार मानते हुए केंद्र की सरकार कृषि नीतियों को किसानों के अनुरूप बना रही है। इसके साथ ही सरकार का निरंतर प्रयास है कि दुनिया के बड़े बड़े देशों के किसानों को मिलने वाली अत्याधुनिक सुविधाएं हैं, वह हमारे देश के किसानों को भी मिले।

उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि किसानों के लिए बीज से लेकर बाजार तक की यात्रा सुगम हो बल्कि आय में वृद्धि करने वाली भी हो। भारत सरकार द्वारा देश के 11 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से आर्थिक सहायता दी जा रही है। जिसमें उत्तराखंड के 9 लाख किसान शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सभी फसलों के न्यूनतम मूल्य पर अभूतपूर्व वृद्धि की गई है। इसके साथ ही फसल बीमा के माध्यम से किसानों को आपदाओं, रोग और कीट पतंगों से होने वाले नुकसान से बचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भी किसानों के उत्थान के लिए समर्पित और संकल्पित होकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए तीन लाख तक बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं 80 प्रतिशत सब्सिडी के साथ कृषि यंत्र दिए जा रहे हैं।

कहा कि हमने किसानों के हित में नहरों से सिंचाई करना भी मुक्त किया है। किसानों की आय बढ़ाने के लिए पॉलीहाउस में 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है। सीएम ने कहा कि सरकार से गेहूं और गन्ने की फसल के समर्थन मूल्य में 20 रुपए की बढ़ोतरी की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न स्तरों पर काम कर रही. सरकार ने 12 सौ करोड़ की लागत से नई सेब नीति, कीवी नीति, स्टेट मिलट और ड्रेगन फ्रूट में प्रावधान कर अनुदान दिया जा रहा है। बिहार चुनाव पर बोलते हुए कहा कि एक बार फिर बिहार में एनडीए की सरकार बनने जा रही है।

 

 

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