शेयर ट्रेडिंग के नाम पर जल संस्थान के जेई से 36.79 लाख की साइबर ठगी..
उत्तराखंड: शेयर ट्रेडिंग का झांसा देकर जल संस्थान हल्द्वानी में तैनात जूनियर इंजीनियर (JE) से 36.79 लाख की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में पीड़ित जेई ने पंतनगर साइबर क्राइम थाना में लिखित तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित को सोशल मीडिया व ऑनलाइन माध्यम से शेयर बाजार में भारी मुनाफे का लालच दिया गया था। आरोपियों ने फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से निवेश कराकर धीरे-धीरे बड़ी धनराशि ऐंठ ली। ठगी का पता तब चला जब निवेश के एवज में कोई लाभ नहीं मिला और प्लेटफॉर्म तक पहुंच बंद हो गया। इसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर थाने में की। पंतनगर साइबर क्राइम पुलिस ने कहा है कि मामला गंभीर है और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही आरोपियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अमरावती कॉलोनी थाना मुखानी हल्द्वानी निवासी हरीश चन्द्र जोशी पुत्र दया किशन जोशी ने साइबर पुलिस को दी तहरीर में कहा कि बीती 14 अप्रैल को उनके फेसबुक अकाउंट पर अनविका शर्मा नाम की एक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने पर आईडी यूज़र ने खुद को एक कंपनी का एग्जीक्यूटिव बताया। इसके बाद उनका व्हाट्सएप नंबर मांगकर बात करने लगी। इसके बाद उनको शेयर ट्रेडिंग में रकम निवेश कर अच्छा मुनाफा कमाने की जानकारी दी। इस पर विश्वास कर उन्होंने अपनी सहमति दे दी और उसकी बताई वेबसाइट पर जाकर एक अकाउंट बना लिया। 10 से 22 मई तक उन्होंने अपने दो बैंक खातों से कई बार ट्रांजेक्शन कर 36,79,916 रुपये का निवेश किया। वहीं रकम की निकासी करने पर उनसे टैक्स देने की मांग की गई। ऐसा नहीं करने पर साइबर ठगों ने उनसे संपर्क तोड़ दिया। इसके बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ। वह हल्द्वानी जल संस्थान में जेई के पद पर तैनात हैं। पंतनगर साइबर क्राइम थाना प्रभारी अरुण कुमार ने कहा कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिन खातों में पीड़ित ने रकम भेजी है, उन खातों में रकम होल्ड करने की कोशिश की जा रही है। पीड़ित का कहना हैं निवेश करने के दौरान उनको 6.8 लाख डॉलर का मुनाफा दिखाया गया, जोकि भारत में करीब 5.75 करोड़ रुपये होते हैं। उन्होंने एक-एक लाख डॉलर को विड्राल करने की छह बार कोशिश की, लेकिन रकम उनके खातों में नहीं आई।

