November 17, 2025
उत्तराखंड

यूकेएसएसएससी की परीक्षाओं में पारदर्शिता पर फोकस, समूह-ग भर्ती का लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार

यूकेएसएसएससी की परीक्षाओं में पारदर्शिता पर फोकस, समूह-ग भर्ती का लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार..

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) अब अपनी आगामी भर्ती परीक्षाओं को लेकर किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता। आयोग ने फुलप्रूफ परीक्षा प्रणाली के लिए एक व्यापक मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसमें परीक्षा केंद्रों से लेकर आयोग के नियंत्रण कक्ष तक की हर प्रक्रिया को शामिल किया गया है। इस बार परीक्षा में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्नातक स्तरीय परीक्षा के दौरान सामने आई जैमर की तकनीकी खामियों को गंभीरता से लेते हुए आयोग ने इस विषय पर इस महीने की 27-28 अक्टूबर को अहम बैठक बुलाई है। बताया गया कि पिछले चरण की परीक्षाओं में कुछ केंद्रों पर 4G जैमर लगाए गए थे, जो 5G नेटवर्क को ब्लॉक नहीं कर सके, जिससे परीक्षा की गोपनीयता पर सवाल उठे थे। इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया था और इसकी जानकारी आयोग तक भी पहुंचाई गई थी। अब आयोग इस बार स्मार्ट जैमर और बायोमीट्रिक सिस्टम दोनों को अपग्रेड करने जा रहा है। इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) जो देश की सरकारी जैमर सप्लाई कंपनी है और बायोमीट्रिक मशीन उपलब्ध कराने वाली एजेंसी के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जाएगी। बैठक में पिछले अनुभवों और तकनीकी खामियों का मूल्यांकन कर, भविष्य की परीक्षाओं में 100% नेटवर्क फ्री जोन सुनिश्चित करने की रणनीति पर चर्चा होगी। आयोग का कहना है कि इस बार परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना को पूरी तरह समाप्त किया जाएगा।

आयोग अब परीक्षा केंद्र तय करने के बाद प्रत्येक केंद्र का संयुक्त निरीक्षण करवाएगा, जिसमें पुलिस और मजिस्ट्रेट की टीम शामिल होगी। निरीक्षण के दौरान टीम यह देखेगी कि परीक्षा केंद्र की दीवारें कितनी ऊंची हैं, प्रवेश और निकास द्वार कितने सुरक्षित हैं और वहां की सीसीटीवी व तकनीकी व्यवस्था ठीक से काम कर रही है या नहीं। आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि परीक्षा केंद्र की सुरक्षा में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आयोग के अध्यक्ष जी.एस. मर्तोलिया ने कहा कि परीक्षा से एक रात पहले ही सुरक्षाकर्मियों की तैनाती केंद्रों पर कर दी जाएगी, ताकि किसी भी बाहरी हस्तक्षेप की संभावना न रहे। वहीं, परीक्षा से एक दिन पहले जैमर का ट्रायल रन अनिवार्य रूप से किया जाएगा। जहां भी तकनीकी कमी या सिग्नल बाधा पाई जाएगी, उस जैमर को तुरंत बदला जाएगा। आयोग ने इस प्रक्रिया की जिम्मेदारी सेक्टर मजिस्ट्रेट, परीक्षा केंद्र समन्वयक और पर्यवेक्षक को सौंपी है। उन्हें केंद्र की तैयारियों पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी, जिसके बाद ही केंद्र को परीक्षा संचालन की अंतिम स्वीकृति दी जाएगी। आयोग का कहना है कि इन कड़े सुरक्षा उपायों का उद्देश्य राज्य में भर्ती परीक्षाओं की पारदर्शिता और विश्वसनीयता को बहाल करना है, ताकि पेपर लीक जैसी घटनाओं की कोई गुंजाइश न रहे।

केंद्र के प्रवेश द्वार पर ही सभी औपचारिकताएं

अब परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार पर ही चेकिंग से लेकर बायोमीट्रिक हाजिरी तक की सभी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। अभ्यर्थी और केंद्र पर्यवेक्षक के अलावा कोई अन्य व्यक्ति भीतर नहीं जा सकेगा। अगर किसी को जाने की जरूरत होगी तो आते-जाते उसकी कड़ी चेकिंग होगी। समूह-ग भर्ती परीक्षा का आयोग लाइव टेलीकास्ट करेगा। इसका कंट्रोल रूम आयोग कार्यालय में बनाया जाएगा। हर केंद्र की सभी परीक्षा संबंधी गतिविधियों पर आयोग यहां से भी नजर रखेगा। आयोग ने उन खबरों का भी खंडन किया, जिनमें परीक्षाएं दो पालियों में कराने का दावा किया जा रहा है। आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने कहा कि केवल एक ही पाली में परीक्षाएं होंगी।

 

 

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