November 17, 2025
उत्तराखंड

स्कूल भवनों की जर्जर स्थिति पर सख्त सीएम, सुरक्षा ऑडिट के दिए निर्देश..

स्कूल भवनों की जर्जर स्थिति पर सख्त सीएम, सुरक्षा ऑडिट के दिए निर्देश..

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान प्रदेश भर के सरकारी स्कूल भवनों की सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राज्य में सभी स्कूलों का सुरक्षा ऑडिट कराया जाए ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से पहले ही बचाव किया जा सके। सीएम ने स्पष्ट किया कि जर्जर और असुरक्षित स्कूल भवनों में विद्यार्थियों को किसी भी हालत में न बैठाया जाए। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीएम ने कहा कि जहां भवन मरम्मत योग्य हैं, वहां शीघ्र मरम्मत कार्य शुरू किया जाए। जहां भवन पूरी तरह असुरक्षित हैं, वहां पुनर्निर्माण के लिए कार्ययोजना बनाकर उसे तेजी से क्रियान्वित किया जाए। जिलास्तर पर शिक्षा और लोक निर्माण विभाग समन्वय बनाकर प्राथमिकता के आधार पर कार्य करें। बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर बच्चा सुरक्षित भवन में पढ़ाई करे।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश भर में बने सभी पुलों का सुरक्षा ऑडिट कराने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने कहा कि राज्य में किसी भी जर्जर पुल के कारण जनहानि की आशंका को पूरी तरह खत्म करना सरकार की प्राथमिकता है। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि जिन पुलों की स्थिति खराब या कमजोर हो रही है, उन्हें पहचानकर मरम्मत या पुनर्निर्माण का कार्य प्राथमिकता पर किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सभी पुलों की स्थिति की नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए।

सीएम धामी ने राज्य में वेडिंग डेस्टिनेशन पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अधिकारियों को त्रियुगीनारायण सहित अन्य संभावित स्थलों के त्वरित विकास के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य के पर्यटन, संस्कृति और स्थानीय रोजगार को सशक्त करने में सहायक सिद्ध होगी।सीएम ने स्पष्ट किया कि इन स्थलों के विकास में गुणवत्ता, सुविधा और सांस्कृतिक गरिमा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने अन्य राज्यों की वेडिंग टूरिज्म पॉलिसी का अध्ययन कर उत्तराखंड के लिए एक आकर्षक और प्रभावी नीति तैयार करने को कहा। त्रियुगीनारायण मंदिर वह ऐतिहासिक स्थल है, जहां भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसे वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करना न केवल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य की पहचान को भी मजबूत करेगा। सीएम धामी ने कहा कि त्रियुगीनारायण जैसे स्थलों को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करना उत्तराखंड को एक नई पहचान देगा। हमें ऐसी नीति चाहिए जो पारंपरिकता और आधुनिकता का संतुलन रखते हुए रोजगार और निवेश को बढ़ावा दे। सीएम ने निर्देश दिए कि राज्य में दो स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन विकसित किए जाने की दिशा में तेजी से कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य में धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पर्यटन को सुदृढ़ करने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को भी सशक्त करेगी।

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