हल्द्वानी में रंगारंग झांकी के साथ 16वें जोहार महोत्सव का शुभारंभ..
उत्तराखंड: हल्द्वानी में पारंपरिक लोक संस्कृति और सीमांत जीवन की झलक पेश करने वाले जोहार महोत्सव का 16वां संस्करण शनिवार को हल्द्वानी में भव्य सांस्कृतिक झांकी के साथ शुरू हुआ। हल्द्वानी के एमबी इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित यह तीन दिवसीय महोत्सव सीमांत क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोने और आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने का प्रतीक बन गया है। महोत्सव की शुरुआत रंग-बिरंगी झांकी, लोकनृत्य और पारंपरिक संगीत की मधुर ध्वनियों के साथ हुई। भारत-चीन सीमा से लगे मिलम घाटी क्षेत्र से आए जोहार समुदाय के लोग अपनी अनोखी संस्कृति, खान-पान, लोककला, हस्तशिल्प और पारंपरिक वेशभूषा के साथ इस उत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर क्षेत्र की महिलाओं ने भी पारंपरिक परिधान में मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिन्होंने दर्शकों को सीमांत जीवन की झलक दिखा दी।
जोहार महोत्सव का मुख्य उद्देश्य सीमांत क्षेत्र के जोहार समुदाय की प्राचीन संस्कृति, परंपराओं और जीवन शैली को संरक्षित कर नई पीढ़ी तक पहुंचाना है। इस आयोजन में सीमांत क्षेत्र के करीब 2000 से अधिक परिवारों के साथ देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे जोहार समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। महोत्सव में पारंपरिक व्यंजनों की खुशबू, लोकगीतों की गूंज और हस्तनिर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी ने पूरे परिसर को उत्सवमय बना दिया। आयोजन समिति के सदस्यों ने कहा कि आने वाले दिनों में भी कई सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं, लोकनृत्य प्रस्तुतियां और पारंपरिक खेलों का आयोजन किया जाएगा, जिससे जोहार महोत्सव एक बार फिर सीमांत संस्कृति का जीवंत प्रतीक बन सकेगा।


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